तुर्की के संचार निदेशक फहार्टिन अल्तुन ने रविवार को कहा कि उनके देश की उत्तर-पश्चिम सीमा से अब तक 80 हजार से ज्यादा अवैध प्रवासी यूरोप जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि तुर्की शरणार्थी संकट से निपटने के लिए गंभीरता से काम कर रहा है। सीरिया, इराक, ईरान और पाकिस्तान के हजारों शरणार्थी बेहतर जीवन के लिए तुर्की होते हुए यूरोप में प्रवेश कर रहे हैं। तुर्की ने अवैध प्रवासियों के लिए गुरुवार को अपनी सीमाएं खोलने का ऐलान किया था।
उन्होंने कहा कि मानवीय पीड़ा, सीरिया में पलायन की चुनौती और अभूतपूर्व विस्थापन न केवल तुर्की, बल्कि यूरोप और पूरी दुनिया के लिए समस्या बना हुआ है। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, अल्तुन ने कहा कि तुर्की शरणार्थी संकट से निपटने के लिए मजबूती से काम कर रहा है। लेकिन अन्य देशों को भी इस मुद्दे पर काम करना चाहिए।
मछली पकड़ने वाली नावों से शरणार्थी पहुंच रहे
स्थानीय पत्रकारों के अनुसार, ज्यादातर शरणार्थी एवरोस नदी के माध्यम से मछली पकड़ने वाली नावों से ग्रीक सीमा तक पहुंच रहे हैं। शिन्हुआ के एक फोटो पत्रकार यासीन अकुल ने कहा कि तुर्की के ग्रामीण मछली पकड़ने वाली नावों से शरणार्थियों को नदी के दूसरी ओर ले जा रहे हैं। बताया जाता है कि ग्रामीण नदी पार कराने के लिए एक व्यक्ति से 35 से 70 अमेरिकी डॉलर ले रहे हैं। बच्चों के लिए कोई पैसे नहीं लिए जा रहे हैं। कई शरणार्थी नदी के किनारे दिन और रातें मछुआरों के साथ मोलभाव करने में बिता रहे हैं।
अवैध प्रवासियों के लिए तुर्की ने अपनी सीमा खोली
ग्रीक सुरक्षा बलों द्वारा जिन लोगों को पकड़ लिया गया, उन्हें वापस तुर्की भेज दिया गया। तुर्की ने सीरिया के उत्तर-पश्चिमी प्रांत इदलिब में सीरिया के एयरस्ट्राइक में अपने 33 सैनिकों के मारे जाने के बाद अवैध प्रवासियों के लिए अपनी सीमा खोलने का फैसला किया। तुर्की में इस समय 37 लाख से ज्यादा सीरियाई शरणार्थी हैं। सरकार ने कुछ दिनों पहले घोषणा की थी कि वह अब अकेले शरणार्थियों का ठिकाना नहीं बनेगा